Startup India Scheme 2025: नए उद्यमियों के लिए सरकार की मदद और लाभ

Startup India Scheme




भारत में स्टार्टअप्स का युग लगातार विस्तार कर रहा है, और सरकार इसके लिए अपने प्रयासों को और मजबूत बना रही है। Startup India Scheme 2025 उसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जो नवोन्मेषी विचारों को आर्थिक और तकनीकी सहायता प्रदान करता है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना, रोजगार के अवसर बढ़ाना, और भारत को विश्वस्तरीय स्टार्टअप हब में बदलना है।

Startup India Scheme 2025 क्या है?

Startup India Scheme 2025 भारत सरकार की एक अग्रणी पहल है, जिसका संचालन Department for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT) द्वारा किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत स्टार्टअप्स को टैक्स छूट, फंडिंग सपोर्ट, अनुपालन में आसानी, और तेजी से पेटेंट रजिस्ट्री की सुविधा दी जाती है। यह योजना सभी उद्योग क्षेत्रों — जैसे टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, शिक्षा, कृषि और फिनटेक — के लिए खुली है।

Startup India Scheme 2025 की मुख्य विशेषताएँ

नीचे दी गई तालिका 2025 में Startup India Scheme से संबंधित प्रमुख डेटा पॉइंट्स और जानकारी प्रदर्शित करती है।

वर्षसक्रिय स्टार्टअप्स की संख्याकुल सरकारी फंडिंग (₹ करोड़)टैक्स छूट (वर्षों में)औसत ग्रांट राशि (₹ लाख)पंजीकरण प्रक्रियाप्रमुख मंत्रालयलाभार्थी क्षेत्र
201650050035ऑनलाइनवाणिज्य मंत्रालयतकनीकी
201814,0002,50037ऑनलाइन + ऑफलाइनDPIITशिक्षा, स्वास्थ्य
202055,0004,700310पूर्ण डिजिटलMSME मंत्रालयकृषि, AI
20221,12,0008,200315मोबाइल प्लेटफ़ॉर्मDPIITऊर्जा, फिनटेक
20241,50,00012,100320राष्ट्रीय एकल पोर्टलMSMEरोबोटिक्स
20251.8 लाख+15,000325राष्ट्रीय स्टार्टअप नेटवर्कDPIITसभी उद्योग क्षेत्र

Startup India Scheme के तहत मिलने वाले प्रमुख लाभ

2025 संस्करण में इस योजना के अंतर्गत कई नए प्रोत्साहन और लाभ जोड़े गए हैं, जिनसे नए उद्यमियों को और अधिक सहायता मिली है।

  1. टैक्स में छूट:
    स्टार्टअप्स को तीन लगातार वित्तीय वर्षों के लिए आयकर में 100% छूट मिलती है।

  2. फंडिंग और निवेश सुविधा:
    सरकार ने Fund of Funds for Startups (FFS) के तहत ₹10,000 करोड़ का कोष बनाया है, जिससे वेंचर कैपिटल और एंजल इन्वेस्टमेंट के माध्यम से फंडिंग में आसानी होती है।

  3. Seed Fund Scheme (SISFS):
    शुरुआती स्तर के स्टार्टअप्स को 50 लाख रुपये तक की सीड फंडिंग सहायता दी जाती है ताकि वे अपने प्रोटोटाइप या प्रोडक्ट का विकास कर सकें।

मुख्य तथ्य:

  • पंजीकृत स्टार्टअप्स को पेटेंट और ट्रेडमार्क फाइलिंग फीस में 80% तक की छूट मिलती है।

  • स्टार्टअप्स को सरकारी टेंडर में ईएमडी (EMD) से छूट और प्राथमिकता दी जाती है।

Startup India Scheme में पंजीकरण की प्रक्रिया

स्टार्टअप पंजीकरण एक पूर्णतः ऑनलाइन प्रक्रिया है, जिसे Startup India Portal या National Single Window Platform के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। मुख्य स्टेप निम्नलिखित हैं:

  1. Eligibility जांचें: कंपनी 10 साल से पुरानी न हो और उसका वार्षिक टर्नओवर ₹100 करोड़ से कम हो।

  2. ऑनलाइन आवेदन करें: कंपनी का Certificate of Incorporation, संस्थापकों का विवरण और बिज़नेस मॉडल की जानकारी अपलोड करें।

  3. DPIIT मान्यता प्राप्त करें: यह आपको Startup India के लाभों का पात्र बनाता है।

  4. बैंक या इनक्यूबेशन सेंटर से संसाधन जुड़ें।

पंजीकरण के बाद, आपको सरकार द्वारा Digital Signature Certificate (DSC) और Startup Recognition Number जारी किया जाता है।

Startup India Scheme 2025 के वित्तीय और नीतिगत लाभ

Startup India Scheme, उद्यमियों के लिए आर्थिक सहायता से अधिक एक “Ease of Doing Business” प्लेटफ़ॉर्म है।

  • सरल अनुपालन (Compliance): स्टार्टअप्स को श्रम और पर्यावरण कानूनों में सेल्फ-सर्टिफिकेशन की अनुमति दी गई है।

  • तेज़ पेटेंट जांच (Fast-Track Patent): कंपनियों को पेटेंट प्रक्रिया में समय और लागत की बचत मिलती है।

  • सरकारी खरीद में प्राथमिकता: सरकार के टेंडर्स के लिए किसी अनुभव या टर्नओवर की शर्त नहीं रखी गई है, जिससे नए उद्यमियों को समान अवसर मिलता है।

  • फंडिंग नेटवर्क: SEBI-registered venture funds और incubator networks के ज़रिए पूंजी तक पहुंच आसान हो गई है।

किन स्टार्टअप्स को मिलेगा Startup India Scheme का फायदा

Startup India Scheme का लाभ हर उस कंपनी को मिलेगा जो:

  1. प्राइवेट लिमिटेड, LLP या पंजीकृत पार्टनरशिप फर्म के रूप में स्थापित हो।

  2. अपनी स्थापना की तारीख से 10 वर्ष पुरानी न हो।

  3. सालाना टर्नओवर ₹100 करोड़ से अधिक न हो।

  4. किसी मौजूदा कंपनी का पुनर्गठन न हो, बल्कि नवाचार आधारित बिज़नेस मॉडल पर कार्य करे।

हाइलाइट्स:

  • यह योजना महिलाओं, SC/ST उद्यमियों और ग्रामीण स्टार्टअप्स को विशेष प्राथमिकता देती है।

  • हर योग्य स्टार्टअप को सरकारी नेटवर्क से मेंटरशिप, फंडिंग और प्रशिक्षण सहायता मिलती है।

Startup India Scheme का भविष्य और प्रभाव

2025 तक भारत में 1.8 लाख से अधिक DPIIT-पंजीकृत स्टार्टअप्स मौजूद हैं। अर्थव्यवस्था में इनका योगदान GDP का लगभग 4% माना जा रहा है।

Startup India Scheme ने भारत को एक Global Startup Hub बनाने का रास्ता खोला है, जहां न केवल तकनीकी कंपनियाँ बल्कि कृषि, जैव-प्रौद्योगिकी और सामाजिक स्टार्टअप्स भी विकसित हो रहे हैं।

इसके परिणामस्वरूप:

  • लाखों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित हुए हैं।

  • ग्रामीण और शहरी नवाचार इकाइयों को अंतर्राष्ट्रीय मंच मिला है।

  • भारतीय युवाओं ने उद्यमिता को कैरियर विकल्प के रूप में अपनाना शुरू किया है।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: Startup India Scheme के अंतर्गत टैक्स छूट कितने वर्षों तक मिलती है?
उत्तर: पंजीकृत स्टार्टअप्स को तीन लगातार वित्तीय वर्षों तक 100% आयकर छूट दी जाती है।

प्रश्न 2: क्या हर स्टार्टअप को सरकार से फंडिंग मिलती है?
उत्तर: नहीं, फंडिंग बिज़नेस मॉडल, स्केलेबिलिटी और निवेश मूल्यांकन के आधार पर दी जाती है।

प्रश्न 3: क्या सेवा-आधारित स्टार्टअप्स इस योजना का लाभ ले सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यदि वे नवाचार, स्केलेबिलिटी और रोजगार सृजन की शर्तें पूरी करते हैं।

निष्कर्ष

Startup India Scheme 2025 ने भारत में उद्यमिता को एक नई ऊँचाई दी है। यह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना ने युवाओं को जोखिम लेने का आत्मविश्वास, व्यवसाय चलाने के लिए नीतिगत सरलता, और नवाचार को बढ़ावा देने का मार्ग प्रदान किया है। आने वाले वर्षों में यह योजना भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास गति को और तेज़ करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी। — The End.

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